"मुश्किल से सीखा है, ये दर्द छुपाने का हुनर,
बनावटी मुस्कराहट से थक जो गया था मैं। "
"हाँ हर दर्द के सहने की एक हद तो होती हीं है,
दर्द में भी तेरी खातिर,हंसने का कला सीख गया था मैं। "
"इश्क के दरिया में रखा, जीवन का वो पहला कदम था
सोचता हूँ, कैसे समंदर से बहुमूल्य मोती पा गया था मैं। "
"आसान नहीं था ये जानना कि, मुहब्बत बेइंतहा होती है,
नादान था, क्यों अनजाने में, तुमसे टकरा गया था मैं। "
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