मंगलवार, 4 नवंबर 2025

नजरिया जीने का: कठिन समय में जो डटा रहता है, वही इतिहास बनाता है

 najariya jine ka Hard times in life how to face


नजरिया जीने का: कठिन समय जीवन का अभिन्न अंग है और यह जीवन के लिए धुप-छाव के खेल की तरह है. किसी विद्वान ने क्या खूब कहा है कि "परिस्थितियां हमेशा तुम्हारे अनुकूल रहे ऐसे आशा नहीं करों क्योंकि यह संसार सिर्फ तुम्हारे लिए नहीं बनी है." हर व्यक्ति को अपने जीवन में कभी न कभी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है लेकिन यहाँ यह समझना महत्वपूर्ण है कि कठिन समय हमेशा के लिए नहीं रहते हैं। धैर्य रखने से हमें मुश्किलों का सामना करने में मदद मिलती है।

जीवन में अगर आपके सामने कोई लक्ष्य है और कोई उद्देश्य है तो आपको उसे प्राप्त करने के लिए किसी न किसी कठिन दौर से गुजरना पड़ता है। आप भले हीं इस कठिन समय को नेगेटिव तौर पर लें, लेकिन सच्चाई यही है कि ये समय ही हमें हमारी असली क्षमता का एहसास कराते हैं।

जीवन में हार्ड टाइम या कठिन समय का आना जिंदगी का अभिन्न अंग है  और इससे घबराने के बजाये इसका सामना करें. हमारे जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं है. जीवन के किसी खास फेज में आने वाले कठिन समय या हार्ड टीम और कुछ नहीं बल्कि परिस्थितियों का  संयोग ,मात्र होता है. निश्चित रूप से तथाकथित कठिन समय या हम कहें की विपरीत परिस्थितियां जीवन का एक खास समय होता जो हमारे सोच के अपेक्षित नहीं होती है और जो जल्द ही बीत जाते हैं।

अब यह निर्भर हम पर करता है कि इन कठिन समय का सामना करने को हैं तैयार  हैं या अपने पीठ दिखा कर भाग जाते हैं. लेकिन इतना तो तय है कि जो व्यक्ति कठिनाइयों से डरकर भाग जाता है, और समस्याओं से मुंह मोड़ लेता है, वही कायर कहलाता है और उसके लिए यह जीवन बोझ की तरह है क्योंकि जीवन एक रण क्षेत्र है वह एक हरा और कायर सैनिक बनकर जीने का रास्ता चुनता है. 

वहीं दूसरी और जो वीर होते हैं वे  कठिनाइयों को अवसर की तरह देखते हैं और  वे संघर्ष करके सफलता की राह तैयार करते हैं जिन्हे संसार एक सफल और योद्धा की तरह याद करता है. 

याद रखें, एक तीर को कमान से छोड़ने से पहले उसे पीछे की ओर खींचना जरुरी होता है, अतः हमारे जीवन का कठिन समय इस बात का संकेत है कि हमने एक कदम तो पीछे ले लिया है लेकिन इसका मतलब यह भी है कि हम  जीवन में एक लंबी छलांग लगाने के लिए तैयार हैं .

कठिन समय में विचलित होने के जगह हम इन टिप्स की मदद से खुद को मजबूत और सकारात्मक बनाये रख सकते हैं 

धैर्य रखें :

यह समझना महत्वपूर्ण है कि कठिन समय हमेशा के लिए नहीं रहते हैं। धैर्य रखने से हमें मुश्किलों का सामना करने में मदद मिलती है। जो कठिनाइयों से डरता है, वह न तो कभी जीवन की ऊँचाइयों को  छू सकता है और न हीं वह दुनिया के लिए कोई अनुकरणीय पदचिन्ह छोड़ पाता है. जीवन की सच्चाई भी यही है कि कठिन समय में जो डटा रहता है, वही इतिहास बनाता है।

तू छोड़ ये आंसू उठ हो खड़ा, 

मंजिल की ओर अब कदम बढ़ा,

हासिल कर इक मुकाम नया, 

पन्ना इतिहास में जोड़ दे,

घुट-घुट कर जीना छोड़ दे,

-नरेंद्र वर्मा

सकारात्मक रहें 

नकारात्मक विचारों में डूबने के बजाय, हमें सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। हमें यह खुद को समझाना होगा कि जीवन में जिसे हम ख़राब समय या बुरा समय कहते हैं, वह हर संघर्ष हमें और मजबूत बनाने आया है, न कि हमें तोड़ने और हमारी मजबूत इरादे को डिगाने आया है. 

 कमजोरियों का सामना करें :

 कठिन समय हमें अपनी कमजोरियों का पता लगाने और उन्हें दूर करने का मौका देता है। कठिन समय हमें अपनी गलतियों से सीखने और भविष्य में उन्हें दोहराने से बचने का मौका देता है।

मदद लेने में नहीं हिचकें : 

कठिन समय में हमें दूसरों की मदद लेने में संकोच नहीं करना चाहिए। सकारात्मक और आशावादी रवैया अपनाकर, इन परिस्थितियों से बिना घबराए इनका सामना करने का साहस दिखाना ही बहादुरी है.ये कठिन समय आपके जीवन की दौड़ के रास्ते में कोई बाधा नहीं है... वास्तव में प्रकृति आपके धैर्य की परीक्षा लेने की प्रक्रिया में है जिसके परिणामस्वरूप आप मजबूत बनेंगे.


बाधाएँ आती हैं आएँ

घिरें प्रलय की घोर घटाएँ,

पावों के नीचे अंगारे,

सिर पर बरसें यदि ज्वालाएँ,

निज हाथों में हँसते-हँसते,

आग लगाकर जलना होगा।

क़दम मिलाकर चलना होगा।

-अटल बिहारी वाजपेयी

आप इतिहास उठा कर देख लीजिये, यह कठिनाइयाँ हीं है जो हमारी धैर्य और परिश्रम को दुनिया को बताती है कि बिना संघर्ष के कोई भी व्यक्ति महान नहीं बन सकता साथ हीं यह हमारी  ताकत, धैर्य और आत्मविश्वास को उजागर करता है।




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