शनिवार, 28 दिसंबर 2024

नजरिया जीने का: मेगा पीटीएम मे बारिश और ठंड भी नहीं रोक पाई बच्चों और पेरेंट्स का उत्साह

Delhi School Mega PTM CM Atishi

आज राजधानी दिल्ली मे बारिश के कारण बढ़ी हुई ठंड भी बच्चों के उत्साह को रोक नहीं पाई और  दिल्ली सरकार के सभी स्कूलों में शनिवार को मेगा पीटीएम का आयोजन किया गया। स्कूलों में आयोजित मेगा पीटीएम में पेरेंट्स जबरदस्त उत्साह के साथ शामिल हुए और बड़ी संख्या में पीटीएम में भाग लिया। दिल्ली सरकर के स्कूलों में पेरेंट्स का कॉन्फिडेंस और उनके चेहरे की खुशी ये साबित कर रही थी कि ठंड और वारिश पर उनके उत्साह भारी रहे। 

सीएम आतिशी ने कहा कि, "मुझे इस बात की खुशी है कि बारिश के बावजूद भी बड़ी संख्या में पेरेंट्स स्कूल पहुंच रहे है। पीटीएम में मैंने कई पेरेंट्स से बात भी की, वो बच्चों की पढ़ाई से बहुत खुश है और बच्चों में भी इतना कॉन्फिडेंस है कि वो खुलकर अपनी बातें रख रहे है। माता-पिता की ख़ुशी देखकर ये पता चलता है कि अगर बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलती है तो बच्चा और परिवार तो आगे बढ़ेगा ही, हमारा देश भी आगे बढ़ेगा।"

मेगा पीटीएम: क्यों जरूरी 

मेगा पीटीएम् में पेरेंट्स की बढ़ती भागीदारी पर सीएम आतिशी ने कहा कि, पीटीएम् में पेरेंट्स की भागीदारी दर्शाता है कि टीचर्स के साथ साथ पेरेंट्स भी अपने बच्चों के पढ़ाई व भविष्य को लेकर सजग हो रहे है | उन्होंने कहा कि मेगा पीटीएम इसलिए जरुरी है क्योंकि बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी और उनके आगे बढ़ने की जिम्मेदारी किसी एक व्यक्ति की नहीं होती | हमारे बच्चे तभी आगे बढ़ेंगे जब टीचर और पेरेंट्स मिलकर उनकी पढ़ाई पर ध्यान देंगे| इस दिशा में मेगा पीटीएम पेरेंट्स और टीचर्स को साथ लाने का काम कर रहा है| 

इस मौके पर सीएम आतिशी ने कहा कि  "पहले पीटीएम सिर्फ बड़े प्राइवेट स्कूलों में होते थे, सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को मौका नहीं मिलता था कि उनके पेरेंट्स स्कूल में आए पढ़ाई को लेकर टीचर्स से बात करे लेकिन अब लगातार पिछले 10 साल से दिल्ली सरकार के स्कूलों में मेगा पीटीएम का आयोजन हो रहा है।"

मेगा पीटीएम:  पैरेंट्स और टीचर्स के बीच जुड़ाव 

सीएम आतिशी ने कहा कि, "मेगा पीटीएम की ये शानदार पहल अरविंद केजरीवाल जी के विजन का परिणाम है जिसने पैरेंट्स और टीचर्स के बीच जुड़ाव को बढ़ाने का काम किया है।"

बुधवार, 25 दिसंबर 2024

नजरिया जीने का: भरतमुनि रंग उत्सव 2024@सामाजिक अलगाव, वैवाहिक संबंधों और धुंधली सच्चाइयों जैसे विषयों को समर्पित

Najariya jine ka Bharatmuni rang utsav

भरतमुनि रंग उत्सव 2024 के दूसरे दिन ने अपनी रंगमंचीय प्रस्तुति से दर्शकों को बांधकर रखा, जो उद्घाटन दिवस की अद्वितीय सफलता के बाद और अधिक उत्साहजनक बन गया। 23 दिसंबर को शुरू हुए इस उत्सव ने पहले दिन तीन शानदार नाटकों 'असमंजस बाबू', 'आखिरी हिला' और 'धुंध' के साथ अपनी शुरुआत की। ये नाटक सामाजिक अलगाव, वैवाहिक संबंधों और धुंधली सच्चाइयों जैसे विषयों पर गहरी अंतर्दृष्टि प्रस्तुत करते हुए दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर गए।

दूसरे दिन के कार्यक्रमों ने भी समान रूप से प्रभावशाली प्रदर्शन के साथ दर्शकों को जोड़े रखा। सआदत हसन मंटो द्वारा लिखित और अमर साह द्वारा निर्देशित नाटक 'इंतजार' ने दो पात्रों की भावनात्मक स्थिति और उनके अस्तित्वगत संघर्षों को बड़े ही प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। न्यूनतम सेटिंग और गहन संवादों के माध्यम से इस नाटक ने प्रतीक्षा के सार्वभौमिक मानवीय अनुभव को जीवंत कर दिया।

'पुरुष: द गॉड ऑफ फ्यू इंचेस', शुद्धो बनर्जी द्वारा लिखित और निर्देशित एकल प्रस्तुति, पारंपरिक पुरुषत्व की अवधारणा और समकालीन वास्तविकताओं के बीच टकराव को दर्शाती है। नाटक की गहराई और संदेश ने समाज के कई पहलुओं पर विचार करने को मजबूर किया। वहीं, अब्दुस सलाम अंसारी द्वारा लिखित और निर्देशित नाटक 'किस्सा आदमी का' ने हास्य और व्यंग्य के माध्यम से पहचान और सामाजिक मानदंडों पर प्रकाश डाला। दो अजनबियों के बीच के रोचक सवालों ने समाज की परंपरागत धारणाओं को चुनौती दी और दर्शकों को हंसने के साथ-साथ सोचने पर भी मजबूर किया।

उत्सव के आगामी दिनों में थिएटर प्रेमियों के लिए और भी दिलचस्प नाटक प्रस्तुत किए जाएंगे। 25 दिसंबर को 'खाली बोतलें खाली डिब्बे', 'हैमलेट हरताज वर्सेज़ द को' और 'मेरे कबीर – दास्तानगोई' दर्शकों का मन मोह लेंगे। 26 दिसंबर को भव्य समापन के तहत 'तृष्णा', 'मरणोपरांत' और 'दिग्दर्शक' का मंचन किया जाएगा, जो उत्सव को एक यादगार अंत देगा।

भरतमुनि रंग उत्सव 2024, रंगमंच की अद्वितीय शक्ति और समाज के सत्य को प्रतिबिंबित करने वाले इन नाटकों का प्रमाण है। इन भारतीय रंगमंच की उत्कृष्ट कृतियों का हिस्सा बनने का मौका न गंवाएं।

नजरिया जीने का: करवा चौथ-जाने कैसे बनाएं पत्नी के करवाचौथ को रोमांटिक और यादगार

 najariya jine ka karwachauth how to make moment memorable


नजरिया जीने का:  करवा चौथ सुहगिनो का एक प्रमुख त्यौहार है और इसके लिए प्रत्येक सुहागन कई दिनों के पहले से ही इंतजार करती है। न केवल इस त्यौहार को मनाने के लिए बल्कि पत्नियों के लिए इस पर्व का प्रत्येक मोमेंट खास होता है चाहे वह पूजा हो या फिर  सजने सवरने की तैयारी तक, सब कुछ बहुत खास होता है ।  

करवा चौथ एक हिंदू त्योहार है जो विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए मनाती हैं। करवाचौथ वाले दिन एक स्त्री पूरा दिन निर्जला व्रत करके अपने पति की लंबी आयु व उसके बेहतर स्वास्थ्य की कामना करती है। वैसे तो हर स्त्री के लियें ये व्रत महत्वपूर्ण है लेकिन लेकिन अगर शादी के बाद पहला करवा चौथ हो तो फिर बात ही कुछ और है। जब एक नई दुल्हन पूरा शृंगार करके तैयार होती है और पति के लिए सजती संवारती है वो उसके लियें बहुत खास होता है ।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अपने पत्नी को बताएं कि आप उसे कितना प्यार करते हैं और उसकी कितनी परवाह करते हैं। करवा चौथ एक ऐसा दिन है जब आप अपने प्यार को व्यक्त कर सकते हैं और अपने रिश्ते को मजबूत कर सकते हैं।

करवा चौथ को यादगार बनाने के लिए कुछ सुझाव इस प्रकार हैं:

प्रेम और सम्मान दिखाएं: करवा चौथ एक प्रेम और सम्मान का त्योहार है। अपने पत्नी को बताएं कि आप उसे कितना प्यार करते हैं और उसकी कितनी परवाह करते हैं। उसे एक उपहार दें, उसे एक प्यारा सा संदेश लिखें, या उसके लिए कुछ खास करें।

व्रत को आसान बनाएं: करवा चौथ एक कठिन व्रत हो सकता है, खासकर अगर आप पहली बार मना रही हों। अपने पत्नी को व्रत रखने में मदद करने के लिए कुछ कदम उठाएं। उदाहरण के लिए, आप उसे सुबह नाश्ता बना सकते हैं, उसके लिए पानी का ध्यान रख सकते हैं, या शाम को उसे व्रत तोड़ने में मदद कर सकते हैं।

एक रोमांटिक रात बनाएं: करवा चौथ एक विशेष दिन है, इसलिए इसे एक रोमांटिक रात के साथ समाप्त करें। एक साथ डिनर करें, एक फिल्म देखें, या बस बात करें और एक-दूसरे के साथ समय बिताएं।

यहां कुछ विशिष्ट विचार दिए गए हैं जो आप अपने पत्नी के करवा चौथ को यादगार बनाने के लिए कर सकते हैं:

  • उसके लिए एक खूबसूरत साड़ी या लहंगा खरीदें।
  • उसे एक खूबसूरत सा हार या झुमके दें।
  • उसके लिए एक प्रेम पत्र लिखें।
  • उसके लिए एक रोमांटिक डिनर का प्लान बनाएं।
  • उसके लिए एक कैंडल लाइट डिनर का आयोजन करें।
  • उसके लिए एक सरप्राइज पार्टी का आयोजन करें।


नजरिया जीने का: मोदी का करिश्माई व्यक्तित्व, स्पष्ट दृष्टि और मजबूत लोकप्रियता है चुनौती विपक्ष के लिए

 Najariya jine ka Modi His Personality And Positive Things

नजरिया जीने का: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्माई व्यक्तित्व, स्पष्ट दृष्टि और मजबूत लोकप्रियता के आगे विपक्षी दलों के मनसूबे सफल होने का कोई आसार नजर नहीं आर रहा. सच्चाई तो यह है कि मोदी के करिश्माई व्यक्तित्व, स्पष्ट दृष्टि और मजबूत लोकप्रियता ने उन्हें भारत के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक बना दिया है। उनकी नीतियों और उनके नेतृत्व ने भारत को कई क्षेत्रों में प्रगति करने में मदद की है।

एक क्वोट्स है जो इस प्रकार है- "यह सोचना कठिन है कि क्या असंभव है। क्योंकि कल का सपना आज की आशा और कल की वास्तविकता है।" ऐसा लगता है कि यह उद्धरण विशेष रूप से भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को ध्यान में रखकर लिखा गया है जो इस पर बिल्कुल फिट बैठता है। मोदी अपने करिश्माई व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं, जो न केवल दूरदर्शी और निर्णायक हैं, बल्कि वे भारत के लोगों के बीच लोकप्रिय भी हैं। वह अपने मजबूत संचार कौशल, लोगों से जुड़ने की क्षमता और भारत के लिए अपने दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं।

नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व के कुछ उज्जवल और मजबूत बिंदुओं पर अगर गौर करें तो आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि आखिर मोदी क्यों देश ही नहीं बल्कि दुनिया में अपने प्रद्तिंद्वंदियों को पीछ छोड़ कर लोकप्रियता में सबसे शीर्ष पर हैं. 

करिश्माई व्यक्तित्व: 

 मोदी एक स्वाभाविक नेता हैं जो लोगों को प्रेरित और प्रेरित करने में सक्षम हैं। वह एक प्रतिभाशाली वक्ता हैं जो भावनात्मक स्तर पर लोगों से जुड़ने में सक्षम हैं।

दूरदर्शी: 

मोदी  के पास भारत के भविष्य के लिए एक स्पष्ट दृष्टिकोण है। वह बड़ा सोचने से डरते नहीं हैं और वह भारत को वैश्विक नेता बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

निर्णायक: 

मोदी एक निर्णायक नेता हैं जो कठोर निर्णय लेने से नहीं डरते। वह जोखिम लेने से नहीं डरते और यथास्थिति को चुनौती देने को तैयार हैं।

कुशलता के साथ पथ पर अग्रसर: 

 मोदी एक कुशल नेता हैं जो काम करवाने में सक्षम हैं। वह कार्य सौंपने से नहीं डरता और वह लोगों को जवाबदेह ठहराने में सक्षम है।

लोकप्रियता: 

 मोदी एक लोकप्रिय नेता हैं जिन्हें भारतीय लोगों के बीच व्यापक समर्थन प्राप्त है। उन्हें एक मजबूत और निर्णायक नेता के रूप में देखा जाता है जो अपने वादों को पूरा करने में सक्षम है।

बेशक, नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व के कुछ नकारात्मक पहलू भी हैं, जैसे विपक्ष उन पर आरोप लगाता रहता है, हालांकि, उनकी सरकार को लोगों द्वारा दिया गया जनादेश और समर्थन दर्शाता है कि वह असली व्यक्ति हैं जो भारत को बदलने की कोशिश कर रहे हैं।

कुल मिलाकर नरेंद्र मोदी एक ऐसी शख्सियत हैं जो अपनी वाकपटुता से विपक्षी नेताओं को मजबूर करने की कला जानते हैं और उनके काम उनकी कार्यकुशलता और लोकप्रियता को साबित करने के लिए काफी हैं।

गुरुवार, 19 दिसंबर 2024

नजरिया जीने का: हंसी न केवल मनोरंजन, बल्कि प्रेरणा और विचारों को भी जन्म देती है

Najariya jine ka Humour gives Thoughts and Positive Energy

नजरिया जीने का: हंसी न केवल मनोरंजन करती है, बल्कि प्रेरणा और विचारों को भी जन्म देती है और दिल्ली सरकार के साहित्य कला परिषद द्वारा आयोजित हास्य रंग उत्सव ने इस तथ्य को एक बार फिर से साबित कर दिया। तीन दिन तक चले इस उत्सव ने हास्य, व्यंग्य और रंगमंच के बेहतरीन प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया।

उत्सव के अंतिम दिन की शुरुआत प्रसिद्ध हास्य कलाकार वीआईपी की ऊर्जावान स्टैंड-अप प्रस्तुति से हुई। उनके मजाकिया अंदाज, गजब की कॉमिक टाइमिंग और तीखे व्यंग्य ने दर्शकों को ठहाकों से सराबोर कर दिया। इसके बाद मंच पर पेश हुआ श्याम कुमार द्वारा निर्देशित नाटक बैंक मैनेजर। 

नजरिया जीने का: आपकी प्रसन्नता में छिपा है आपकी सफलता का रहस्य

यह नाटक रूस के प्रख्यात लेखक एंटन चेखव की दो प्रसिद्ध कहानियों सर्जरी और ए डिफेंसलेस क्रिएचर पर आधारित था। नाटक में हास्य और व्यंग्य के माध्यम से रोजमर्रा की जिंदगी की विडंबनाओं को शानदार तरीके से प्रस्तुत किया गया। एक परेशान बैंक मैनेजर, अपने हक के लिए लड़ती जिद्दी महिला, और हास्यास्पद चिकित्सा का सामना करते क्लर्क की कहानियों ने दर्शकों को गुदगुदाया और सोचने पर मजबूर किया।

शुरुआत से समापन तक हंसी का सफर

पहले दिन की शुरुआत सुनील पाल की हास्य प्रस्तुति से हुई। उनकी सहज शैली और चुटीले पंच ने दर्शकों को खूब हंसाया। इसके बाद मंच पर पेश हुआ हबीब तनवीर का प्रसिद्ध नाटक चारंदास चोर, जिसे एनएसडी के राजेश तिवारी ने निर्देशित किया था। इस व्यंग्यात्मक नाटक ने नैतिकता और मानवीय स्वभाव के जटिल पहलुओं को खूबसूरती से उजागर किया।

दूसरे दिन एहसान कुरैशी ने अपने अनोखे हास्य अंदाज से दर्शकों को बांधे रखा। इसके बाद जयवर्धन सिंह का नाटक घर का न घाट का, जिसे जे.पी. सिंह ने निर्देशित किया, ने सामाजिक दबावों और परंपराओं को हास्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। इस नाटक ने पारिवारिक संघर्षों और पुरुष उत्तराधिकार जैसे मुद्दों पर गहरी चर्चा छेड़ी।

हास्य और नाट्य कला का अनूठा संगम

तीन दिन तक चले हास्य रंग उत्सव ने साबित किया कि हंसी न केवल मनोरंजन करती है, बल्कि प्रेरणा और विचारों को भी जन्म देती है। इस उत्सव में प्रतिभाशाली कलाकारों, समय-चेतना से भरी कहानियों और शानदार प्रस्तुतियों का अनूठा संगम देखने को मिला

सोमवार, 16 दिसंबर 2024

नजरिया जीने का: पीकेएल-11- शानदार जीत के साथ तीसरे स्थान पर पहुंचे पटना पाइरेट्स

najariya jine ka pkl 11 patna beats host

नजरिया जीने का: देवांक (11) और अयान (9) के अलावा डिफेंस में शुभम (5) तथा अंकित (4) के शानदार प्रदर्शन की  बदौलत तीन बार के चैंपियन पटना पाइरेट्स ने बालेवाड़ी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के बैडमिंटन हॉल में सोमवार को खेले गए प्रो कबड्डी लीग के सीजन के 116वें मैच में मेजबान पुनेरी पल्टन को 37-32 के स्कोर से हराकर अंक तालिका में तीसरा स्थान हासिल कर लिया है।

पटना को 19वें मैच में 12वीं जीत मिली। उस एक पायदान का फायदा हुआ। दूसरी ओर, घर में लगातार तीन हार के बाद पिछले मैच में जीत का स्वाद चखने वाली पल्टन फिर बेपटरी हो गई। पल्टन के पास हालांकि अभी भी प्लेआफ में जाने का मौका है लेकिन यह काफी मुश्किल है। पल्टन के लिए अबिनेश ने सात जबकि आकाश और अमन ने 6-6 अंक लिए।

पिछले मैच की जीत से उत्साहित पल्टन ने शुरुआती तीन मिनट में 3-1 की लीड ले ली थी। इसमें दो बार देवांक औऱ एक बार अयान का शिकार शामिल है। चार मिनट में रेडिंग में किसी का खाता नहीं खुला था लेकिन पंकज ने दीपक को गच्चा देकर इसकी शुरुआत की। पल्टन 4-2 से आगे थे।

इसके बाद हालांकि अयान ने भी रेडिंग में पटना का खाता खोल दिया। अयान ने अगली रेड पर देवांक को रिवाइव कराया और आते ही देवांक ने गौरव को आउट कर स्कोर 6-6 कर दिया। अयान ने अगली रेड पर भी अंक लिया और पल्टन को सुपर टैकल सिचुएशन में ला दिया।

देवांक भी अब चलने लगे थे। उन्हें और अयान को पुणे का डिफेंस लगातार अंक दे रहा था और यही कारण था वे आलआउट की कगार पर थे लेकिन अबिनेश ने बोनस के साथ एक रिवाइवल ले लिया। और फिर पंकज तथा अबनेश ने देवांक को सुपर टैकल कर स्कोर 13-10 कर लिया।

शुभम ने अगली रेड पर पंकज को आउट कर पल्टन को फिर आलआउट की ओर धकेला। अयान ने दादासो का शिकार किया लेकिन अबिनेश ने दूसरी बार बोनस के साथ रिवाइवल ले लिया। अकेले बचे अबिनेश ने अगली रेड पर बोनस लिया। उनकी बदौलत पल्टन ने 16-13 स्कोर पर पाला बदला।

अगली रेड पर हालांकि अबिनेश लपके गए और इस तरह पटना ने आलआउट लेकर स्कोर 16-17 कर दिया। इसके बाद पटना ने देवांक के दो मल्टीप्वाइंटर्स की मदद से 3 अंक की लीड ले पल्टन को एक बार फिर आलआउट की ओर धकेल दिया। अमन ने हालांकि देवांक को सुपर टैकल कर स्कोर 21-22 कर दिया।

पल्टन लगातार सुपर टैकल पर खेल रहे थे। अमन ने इस बार अयान को लपक न सिर्फ हाई-5 पूरा किया बल्कि स्कोर 23-23 कर दिया। देवांक ने हालांकि अगली रेड पर पल्टन को आलआउट कर 28-24 की लीड ले ली। देवांक ने इसी के साथ सुपर-10 पूरा किया। पल्टन ने हालांकि आलइन के बाद देवांक का शिकार कर लिया।

ब्रेक के बाद पटना ने एक के मुकाबले तीन अंक लेकर स्कोर 31-26 कर दिया लेकिन पंकज और अमन ने फासला 3 का कर दिया। पटना ने जल्द ही चार की लीड ले और फिर डू ओर डाई रेड पर अयान के बोनस से फासला 5 का किया और फिर गुरदीप ने आकाश को लपक स्कोर 34-28 कर दिया। अब सिर्फ सवा दो मिनट बचे थे।

इसी बीच अयान ने अमन और अबिनेश का शिकार कर फासला 8 का किया लेकिन आर्य़वर्धन ने मल्टीप्वाइंटर के साथ स्कोर 30-36 कर दिया। अगली रेड पर हालांकि वह लपक लिए गए। अब पल्टन के पास समय कम बचा था और इस तरह वे 20 मैचों में नौवीं हार को मजबूर हुए।