मंगलवार, 4 नवंबर 2025

नजरिया जीने का: जानें श्रीराम गोपालन और "प्रकृत् अरिवगम्" लाइब्रेरी के बारे में


प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम आज किसी परिचय  की मोहताज नहीं है. आज जबकि टेलीविजन और इंटरनेट  का दौर है, इस युग में भी प्रधान मंत्री के इस लोकप्रिय कार्यक्रम ने मोटिवेशन और दूसरों  प्रोत्साहित करने के लिए लोगों में  खास उत्साह पैदा किया है. निश्चित ही प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम में वर्णित कई  ऐसे योद्धा हैं को खुद में खुद  इंस्पायरिंग और मोटिवेशनल हैं. 


मन की बात में प्रधानमंत्री ने ऐसे हीं एक मोटिवेशनल घटना का वर्णन किया था जो खासतौर पर इंस्पायरिंग और उत्साहवर्धक है. प्रधानमंत्री ने बताया था "प्रकृत् अरिवगम्" लाइब्रेरी  के बारे में जो आपको  भी इंस्पायर करेगी. 

प्रधानमंत्री ने  बच्चों की पढ़ाई को लेकर कहा था कि आज कई तरह के प्रयोग हो रहे हैं। कोशिश यही है कि हमारे बच्चों में creativity और बढ़े, किताबों के लिए उनमें प्रेम और बढ़े – कहते भी हैं ‘किताबें’ इंसान की सबसे अच्छी दोस्त होती हैं, और अब इस दोस्ती को मजबूत करने के लिए, Library से ज्यादा अच्छी जगह और क्या होगी। 

श्रीराम गोपालन जी की कहानी

इस सन्दर्भ में प्रधानमंत्री ने चेन्नई का एक उदाहरण  share करते हुए बताया कि वहां बच्चों के लिए एक ऐसी library तैयार की गई है, जो, creativity और learning का Hub बन चुकी है। इसे प्रकृत् अरिवगम् के नाम से जाना जाता है। इस library का ।dea, technology की दुनिया से जुड़े श्रीराम गोपालन जी की देन है। 

विदेश में अपने काम के दौरान उन्होंने  latest technology की दुनिया से जुड़े रहने के बावजूद वो, बच्चों में पढ़ने और सीखने की आदत विकसित करने के बारे में भी सोचते रहे। भारत लौटकर उन्होंने प्रकृत् अरिवगम् को तैयार किया।

तीन हजार से अधिक किताबें

इसमें तीन हजार से अधिक किताबें हैं, जिन्हें पढ़ने के लिए बच्चों में होड़ लगी रहती है। किताबों के अलावा इस library में होने वाली कई तरह की activities भी बच्चों को लुभाती हैं। Story Telling session हो, Art Workshops हो, Memory Training Classes, Robotics Lesson या फिर Public Speaking, यहां, हर किसी के लिए कुछ-न-कुछ जरूर है, जो उन्हें पसंद आता है।

जाहिर है कि श्रीराम गोपालन जी की कहानी काफी इंस्पायरिंग और मोटिवेशनल है और नजरिया जीने द्वारा प्रस्तुत  इस स्टोरी के माध्यम से आप भी निश्चित हीं मोटिवेटेड होंगे. 

(श्रोत-प्रधानमंत्री द्वारा प्रस्तुत मन की बात कार्यक्रम से )


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