याद रखें. किताबें ज्ञान का सागर होती हैं लेकिन विडम्बना यह है कि आज मोबाइल फोन के कारण हम उससे कटते जा रहे हैं. लेकिन ज्ञान के उस सागर तक पहुँचने की पहली नाव होती है — जिज्ञासा। इसलिए यह जरूरी है कि हम बच्चों के अंदर जिज्ञासा और ललक पैदा करें.
अगर बच्चे के मन में जानने की ललक है, तो वह खुद-ब-खुद सीखने के रास्ते खोज लेता है। इसलिए जरूरी है कि हम बच्चों को सिर्फ किताबों का पाठ न पढ़ाएँ, बल्कि उनके अंदर "जानने की चाह" को जगाएँ।
यह वैज्ञानिक रिसर्च में कहंगया गया हैं कि जिज्ञासु बच्चे कुछ पढ़ते हैं तो उन्हें ज़्यादा याद रहता है.जिज्ञासा पढ़ाई को कर्तव्य नहीं, बल्कि खोज जैसा महसूस कराती है.
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