पतझड़ का मौसम तो हमारे जीवन में आने वाले बदलाव का संकेत है। ठीक वैसे ही जैसे पतझड़ का मौसम एक बदलाव की प्रक्रिया होती है, जिसमें पुराने के स्थान पर नए की शुरुआत होती है।
पतझड़ से भी हमारे जीवन में सिखने के लिए काफी कुछ है, सच तो जीवन का बहुमूल्य शिक्षा पतझड़ से हमें प्राप्त होता है जैसे कि गिरना भी जीवन का हिस्सा है, पर फिर से खिलना हमारी ताकत है और हमें इसे अपने जीवन का आदर्श बनाना चाहिए ।
याद रखें दोस्तों, हर गिरा हुआ पत्ता हमें अपने उम्मीदों की नई परिभाषा देते है और यह याद दिलाता है कि नया मौसम आने वाला है और हमें उसके आगमन के लिए अपनी बाहों को खोलकर तैयार रहनी चाहिए।
वास्तव में यह पतझड़ का मौसम होता है हमें समय के संदर्भ में कई सब सीखा जाता है।
सबसे पहला सीख जो हमें पतझड़ से सीखनी चाहिए वह हैवबदलाव की स्वीकृति: पतझड़ हमें सिखाता है कि बदलाव जीवन का एक आवश्यक हिस्सा है और उससे हमें डरना नहीं बल्कि स्वागत करना चाहिए।
यह हमारे वर्तमान परिस्थिति में परिवर्तन के साथ एक नई शुरुआत का भी संकेत है। पतझड़ के बाद बसंत आता है, जो नई शुरुआत का प्रतीक है।
यह हमारी सामान्य सोच है कि पतझड़ एक दुखद और बुरे दिनों का प्रतीक है। इस समय आपको धैर्य और साहस की जरूरत है जो कि प्रकृति हमें सीखती है।ठीक उसी तरह जैसे अंधेरी रात के बाद सुबह नई रोशनी ले कर आती है.
जीवन पूरी तरह से अनिश्चितताओ से भरी हुई है और हम सदा अच्छे की उम्मीद हीं नहीं कर सकते। इस प्रकार से पतझड़ हमें जीवन की अनिश्चितता की याद दिलाता है।
जीवन का जो नियम है वह प्रकृति के अनुसार होती है हाँ हमें इसे समझने का हौसला और समझ होनी चाहिए. याद रखें दोस्तो जीवन में हर पतझड़ के बाद हरियाली लौटती है, बस थोड़ा धैर्य रखना होता है। जब जीवन बंजर लगे और यह प्रतीत होने लगे कि अब जीवन कम कुछ खास नहीं रह ,गया है , तब याद रखें—यह बसंत से पहले का पतझड़ है।

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